क्रिप्टोकरंसी के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा!

UBC कंपनी के नाम पर लोगों से ठगी करने वाला सुनील रोहिल्ला निकला मास्टरमाइंड, कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी

मेरठ। आजाद एक्सप्रेस समाचार, शहर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों लोगों के साथ एक बड़ा वित्तीय फर्जीवाड़ा सामने आया है। क्रिप्टोकरंसी और दुगना मुनाफा दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये हड़पने वाला गिरोह अब उजागर हो रहा है। इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है सुनील रोहिल्ला नामक व्यक्ति, जिसने UBC नाम से एक कथित कंपनी बनाई और लोगों की मेहनत की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल दिया।

दुगना पैसा करने का सपना दिखाया

जानकारी के अनुसार, सुनील रोहिल्ला ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर “UBC” नाम से एक कंपनी खड़ी की। कंपनी का दावा था कि यहां पैसा लगाने वाले निवेशकों की रकम महज कुछ महीनों में दुगनी कर दी जाएगी। सुनियोजित तरीके से सेमिनार, प्रचार सामग्री और ऑनलाइन प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर हजारों लोगों को इस जाल में फंसाया गया।

2 साल से केवल आश्वासन, निवेशकों का धैर्य टूटा

पीड़ित निवेशकों का कहना है कि उन्हें शुरू में छोटे-छोटे रिटर्न देकर कंपनी ने भरोसा जीतने की कोशिश की। लेकिन जब लाखों रुपये का इन्वेस्टमेंट होने लगा, तब से अब तक केवल “जल्द पैसा मिलेगा” का आश्वासन दिया जा रहा है। पिछले दो वर्षों से सुनील रोहिल्ला और उसकी टीम केवल तारीखें बदलते रहे, लेकिन किसी निवेशक को न तो मूलधन वापस मिला और न ही वादा किया गया मुनाफा।

विदेश यात्राओं में मौज, निवेशक बेहाल

सूत्रों के मुताबिक, सुनील रोहिल्ला इस समय विदेशों में घूम-घूमकर आलीशान जीवन जी रहा है। वहीं, हजारों निवेशक अपने पैसों की वापसी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कई लोगों ने तो घर-परिवार चलाने और बच्चों की पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए इस कंपनी में भरोसा कर पैसा लगाया था। अब वे आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और इस फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।

पहले भी कर चुका है धोखाधड़ी

जांच में यह भी सामने आया है कि सुनील रोहिल्ला का यह पहला कांड नहीं है। इससे पहले भी वह इसी तरह के निवेश और नेटवर्किंग स्कीम के जरिए लोगों को झांसा देकर मोटी रकम ऐंठ चुका है। हर बार नए नाम और नई कंपनी बनाकर लोगों को फंसाना उसकी पुरानी रणनीति रही है।

कानूनी कार्रवाई की तैयारी

पीड़ितों की ओर से अब इस मामले में ठोस कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। कई निवेशकों ने पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वकीलों की मानें तो सुनील रोहिल्ला और उसकी कंपनी पर IPC की कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होना तय है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के आर्थिक अपराध में दोषियों को कड़ी सजा मिल सकती है।

निवेशकों की अपील – और लोग न फंसें

पीड़ितों ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे झूठे वादों वाली कंपनियों से सावधान रहें। दुगना या तिगुना मुनाफा देने का दावा करने वाले निवेश प्लेटफॉर्म अक्सर धोखाधड़ी साबित होते हैं। ऐसे मामलों में जांच पूरी होने तक किसी भी व्यक्ति या संस्था को पैसा लगाने से पहले पूरी जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।

UBC कंपनी का यह खुलासा एक बार फिर इस बात का सबूत है कि आसान मुनाफा और तेज़ कमाई का लालच लोगों को आर्थिक संकट में डाल देता है। सुनील रोहिल्ला जैसे ठग समाज के लिए खतरा बने हुए हैं। उम्मीद है कि कानूनी कार्रवाई से पीड़ितों को न्याय मिलेगा और भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों पर अंकुश लगेगा।

पीड़ितों के दर्दभरे बयान — सभी के नाम काल्पनिक हैं (आरोपित के खिलाफ दर्ज शिकायतों के हवाले से)

“मैंने अपनी बेटी की शादी के लिए जो बचत थी, वो सब UBC में लगा दी थी। पहले कुछ महीने में छोटे-छोटे रिटर्न दिखाए गए, इसलिए भरोसा हो गया। अब दो साल हो गए, न तो पैसा मिला और न कंपनी से कोई ठोस जवाब। रातों-रात बिस्तर नहीं सूखता।” — रमेश कुमार, 48, मेरठ

“मेरे पास इलाज के पैसे थे, मैंने उसे निवेश कर दिया था। अब अस्पताल के बिल भी नहीं चुक पा रहे। सुनील रोहिल्ला से कई बार मिले, बस ‘अगले हफ्ते’ के बहाने करते हैं। हमें न्याय चाहिए।” — शिल्पी वर्मा, 34, मुज़फ्फरनगर

“मेरा भाई ठेकेदार है, उसने अपने कर्ज चुकाने के लिए पैसे निकाला था और लगा दिया। अब बैंक का दबाव है और परिवार में कलह शुरू हो गई है। हम सभी मिलकर शिकायत कर रहे हैं।” — अनिल तिवारी, 41, बहादुरगढ़

“उन्होंने हमें छोटा-छोटा मुनाफा देकर फँसाया। बाद में जो प्रलोभन दिया गया, उसने कई लोगों की सारी जमा पूँजी खत्म कर दी। इस तरह के लोगों के खिलाफ सरकार को सख्ती से कदम उठाना चाहिए।” — बेदनाम निवेशक (बचाव के लिए नाम गुप्त रखा गया)

आरोपों की विस्तृत प्रकृति और पिछले रिकॉर्ड
पीड़ितों ने यह भी दावा किया है कि सुनील रोहिल्ला से जुड़े अन्य प्रोजेक्टों में भी लोगों ने पहले पैसा लगाया था और तब भी समान समस्याएँ आई थीं। उनका कहना है कि आरोपी समय-समय पर कंपनी का नाम बदलकर वांछित निवेशक वर्ग को लुभाता रहा है। मामले की जांच सिखाने के लिए कई पीड़ितों ने आर्थिक अपराध शाखा (EOW) व स्थानीय थाने में लिखित शिकायतें दी हैं और विशेषज्ञ वकीलों की मदद ली जा रही है।

कानूनी पहल और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
कई पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने स्थानीय थाने के साथ-साथ आर्थिक अपराध इकाई के समक्ष भी शिकायत दर्ज कराई है। अधिकारी प्रारंभिक तौर पर कह रहे हैं कि जांच जारी है और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के विरुद्ध IPC और अन्य संबंधित धाराओं में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने सार्वजनिक तौर पर अभी तक किसी व्यक्ति के खिलाफ आरोप तय रूप से नहीं लगाए हैं और कहा है कि जांच के बाद ही आगे की जानकारी साझा की जाएगी।

निवेशकों के लिए सावधानी — विशेषज्ञों की चेतावनी
फाइनेंशियल एक्सपर्ट और उपभोक्ता संगठन बार-बार सतर्क करते हैं कि अत्यधिक लाभ का दावा करने वाले निवेश स्कीमों से दूरी बनाए रखें। किसी भी निवेश से पहले कंपनी के पंजीकरण, नियामक अनुमति और पारदर्शी हिसाब किताब की जाँच जरूरी है।

UBC और सुनील रोहिल्ला के खिलाफ लगे इन गंभीर आरोपों से निवेशकों में रोष है और वे न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं। मामले की विधिक जांच से ही पता चलेगा कि कितनी हद तक आरोप सत्य हैं और कौन-कौन शामिल रहा। पीड़ितों का कहना है कि अब तक खोए हुए पैसों की वसूली एवं भविष्य में ऐसी ठगी रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है।

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